वनडे टीम की कप्तानी छोड़ने को तैयार नहीं थे Virat Kohli, BCCI ने समयसीमा देकर छीनी कप्तानी

वनडे टीम की कप्तानी छोड़ने को तैयार नहीं थे Virat Kohli, BCCI ने समयसीमा देकर छीनी कप्तानी

वनडे टीम की कप्तानी छोड़ने को तैयार नहीं थे Virat Kohli

वनडे टीम की कप्तानी छोड़ने को तैयार नहीं थे Virat Kohli, BCCI ने समयसीमा देकर छीनी कप्तानी

नई दिल्ली। आइसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में न्यूजीलैंड से हारने के बाद बीसीसीआइ के पांच पदाधिकारियों ने मुंबई में बैठक करके विराट कोहली की कप्तानी और अलग-अलग फार्मेट में अलग-अलग कप्तानों पर चर्चा की थी। जब यह खबर दैनिक जागरण में छपी तो विराट कोहली ने दीवार पर लिखी जा रही इबारत को पढ़ लिया। उन्होंने टी20 विश्व कप से पहले ही घोषणा कर दी कि वह इस टूर्नामेंट के बाद सबसे छोटे फार्मेट की कप्तानी छोड़ देंगे। उनको लगा कि ऐसा करके वह वनडे की कप्तानी बचा लेंगे, लेकिन बीसीसीआइ के पदाधिकारी कुछ और ही मूड में थे।

टी20 विश्व कप में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से हारने के बाद यह तय हो गया कि विराट की वनडे कप्तानी भी जाएगी। टीम अपनी मेजबानी में भी सेमीफाइनल में नहीं पहुंची। बोर्ड के पदाधिकारी चाहते थे कि विराट खुद कप्तानी छोड़ दें, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया गया। बोर्ड ने ऐसी खबरें बाहर आने के बाद विराट कोहली को संदेश पहुंचाया, लेकिन उन्होंने इस बार गेंद बोर्ड के पाले में डाली। बोर्ड ने भी 48 घंटे के इंतजार के बाद चयनकर्ताओं को रोहित शर्मा को वनडे का नया कप्तान बनाने को कह दिया।

कोहली की बर्खास्तगी के बारे में बीसीसीआइ के बयान में जिक्र भी नहीं किया गया। उसमें कहा गया कि चयन समिति ने आगे बढ़ने के दौरान रोहित शर्मा को वनडे और टी20 टीमों का कप्तान बनाने का फैसला किया है। विराट 2023 वनडे विश्व कप में घरेलू सरजमीं पर भारतीय टीम की अगुआई करना चाहते थे। हालांकि, अब रोहित शर्मा की कप्तानी में वे खेलते नजर आएंगे। साउथ अफ्रीका के दौरे पर तीन मैचों की वनडे सीरीज होनी है और इस सीरीज में रोहित शर्मा टीम के कप्तान होंगे, जिसका ऐलान होना बाकी है। 

कप्तानी की कहानी

कोहली की कप्तानी का दौर खुद में एक शानदार दास्तां रहा है। 'कूल' महेंद्र सिंह धौनी ने अपने नेतृत्व में कोहली को तैयार किया और फिर जब उन्हें लगा कि समय आ गया तो उन्होंने सफेद गेंद की जिम्मेदारी उन्हें सौंप दी। अगले दो वर्षों में कोहली टीम के ताकतवर कप्तान बन गए, जो अपने हिसाब से चीजें करते। फिर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित की गई प्रशासकों की समिति थी, जिन्होंने उनकी हर मांग (कुछ सही और कुछ गलत) को पूरा किया।

इसके बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ में पारंपरिक प्रशासकों की वापसी हुई, जिसमें बहुत ताकतवर सचिव और अध्यक्ष थे, जो खुद ही सफल कप्तानी के बारे में जानकारी रखते थे। अंत में सफेद गेंद के दोनों प्रारूपों के लिए दो अलग-अलग कप्तानों की कोई जगह नहीं रही। इस तरह कहा जा सकता है कि विराट कोहली ने कप्तानी छोड़ी नहीं है, बल्कि उनसे छुड़वाई गई है। हालांकि, अभी तक विराट की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।